औषधि है रामनाम
राम नाम खाते में जमा रामनाम रूपी धन इस लोक के साथ परलोक में भी काम आता है। श्रीराम का नाम जपने वाला व्यक्ति कभी हताश व निराश नहीं होता। देवतीर्थ जगद्गुरु स्वामी अधोक्षजानंद सरस्वती ने उक्त बातें कही। वह शुक्रवार को अक्षयवट मार्ग स्थित रामनाम सेवा संस्थान के शिविर में संस्थान पत्रिका का लोकार्पण करने के बाद बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि राम का एक औषधि की भांति है जो साधक के शारीरिक, मानसिक व आर्थिक दु:खों का निवारण करता है। राम के नाम में अद्भुत शक्ति है, इसकी महिमा रामनाम जप व लेखन करने वाला ही जान सकता है। आशुतोष वाष्ण्रेय ने कहा कि रामनाम लेखन व जप से हर व्यक्ति दु:खों से मुक्त हो जाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Share kre