शनिवार, 10 मार्च 2018

Pawan Panchariya ke alfaz2018 एकता की शक्ति

एक समय की बात हैंकि कबूतरों का एक दल आसमान में भोजन की तलाश मेंउडता हुआ जा रहा था। गलती सेवह दल भटककर ऐसे प्रदेश केऊपर से गुजरा,जहांभयंकर अकाल पडा था। कबूतरोंका सरदार चिंतित था। कबूतरोंकेशरीर की शक्ति समाप्त होती जा रही थी। शीघ्र ही कुछ दाना मिलना जरुरी था। दल का युवा कबूतर सबसेनीचे उड रहा था। भोजन नजर आनेपर उसेही बाकी दल को सुचित करना था। बहुत समय उडनेकेबाद कहींवह सूखाग्रस्त क्षेत्र से बाहर आया। नीचेहरियाली नजर आने लगी तोभोजन मिलनेकी उम्मीद बनी। युवा कबूतर और नीचेउडान भरनेलगा। तभी उसे नीचेखेत मेंबहुत सारा अन्न बिखरा नजर आया “चाचा,नीचेएक खेत मेंबहुत सारा दाना बिखरा पडा हैं। हमसबका पेट भर जाएगा।’ सरदार नेसूचना पातेही कबूतरों को नीचेउतरकर खेत मेंबिखरा दाना चुनने का आदेश दिया।

सारा दल नीचेउतरा और दाना चुननेलगा। वास्तवमें वह दाना पक्षी पकडने वालेएक बहलिए ने बिखेर रखा था। ऊपर पेडपर तना था उसका जाल। जैसेही कबूतर दल दाना चुगनेलगा,जाल उन पर आ गिरा। सारे कबूतर फंस गए। कबूतरोंके सरदार नेमाथा पीटा “ओह!यह तो हमें फंसानेके लिए फैलाया गया जाल था। भूख नेमेरी अक्ल पर पर्दा डाल दिया था। मुझेसोचना चाहिए था कि इतना अन्न बिखरा होने का कोई मतलब हैं। अब पछताए होत क्या,जब चिडिया चुग गईखेत?”एक कबूतर रोनेलगा “हमसबमारेजाएंगे।”बाकी कबूतर तो हिम्मत हार बैठेथे,पर सरदार गहरी सोच में डूबा था। एकाएक उसने कहा “सुनो, जाल मजबूत हैं यह ठीक हैं,पर इसमेंइतनी भी शक्ति नहींकि एकता की शक्ति को हरा सके। हम अपनी सारी शक्ति को जोडेतो मौत केमुंह मेंजानेसेबच सकतेहैं।”युवा कबूतर फडफडाया “चाचा! साफ-साफ बताओ तुमक्या कहना चाहतेहो। जाल ने हमेंतोडरखा हैं,शक्ति कैसेजोडे?”सरदार बोला “तुमसबचोंच से जाल को पकडो, फिर जबमैं फुर्र कहूंतो एक साथ जोर लगाकर उडना।” सबनेऐसा ही किया।

तभी जाल बिछानेवाला बहेलियांआता नजर आया। जाल मेंकबूतर कोफंसा देख उसकी आंखेंचमकी। हाथ मेंपकडा डंडा उसने मजबूती सेपकडा व जाल की ओर दौडा। बहेलिया जाल सेकुछ ही दूर था कि कबूतरों का सरदार बोला “फुर्रर्रर्र!” सारेकबूतर एक साथ जोर लगाकर उडेतो पूरा जालहवा मेंऊपर उठा और सारेकबूतर जाल को लेकर ही उडनेलगे। कबूतरोंको जालसहित उडते देखकर बहेलिया अवाक रह गया। कुछ संभला तो जाल केपीछेदौडनेलगा। कबूतर सरदार नेबहेलिएको नीचेजाल केपीछे दौडतेपाया तो उसका इरादा समझ गया। सरदार भी जानता था कि अधिक देर तक कबूतर दल केलिएजाल सहित उडतेरहना संभवन होगा। पर सरदार केपास इसका उपाय था। निकट ही एक पहाडी पर बिल बनाकर उसका एक चूहा मित्र रहता था। सरदार नेकबूतरोंको तेजी सेउस पहाडी की ओर उडनेका आदेश दिया। पहाडी पर पहुंचतेही सरदार का संकेत पाकर जाल समेत कबूतर चूहे केबिल केनिकट उतरे। सरदार नेमित्र चूहेको आवाज दी। सरदार नेसंक्षेप मेंचूहेको सारी घटना बताईऔर जालकाटकर उन्हेंआजादकरनेके लिए कहा। कुछ ही देर मेंचूहेनेवह जाल काट दिया। सरदार नेअपनेमित्र चूहेको धन्यवाददिया और सारा कबूतर दल आकाश की ओर आजादी की उडान भरने लगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Share kre

हमारे इस ब्लॉगर पेज पर आप सभी का स्वागत है सभी से निवेदन है कि पेज की पोस्ट को पसंद करेंऔर शेयर कर

Shram Card Payment Status 1000 Kist: ऐसे चेक करें अपनी किस्त का पैसा

Shram Card Payment Status 1000 Kist: ऐसे चेक करें अपनी किस्त का पैसा February 15, 2025 by admin WhatsApp Group Join Now Telegram...