1. हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए,
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियादहिलनी चाहिए।
2. नन्ही सी चींटी जब दाना लेकरचलती है,
चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है,
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हारनहीं होती।
3. जो इस पार या उस पार,का संकल्प करते है,वो ही विजेता कहलाते है,
बीच वाला तो बिच मे ही डूब जाता है।
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Radhe Radhe
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