1. Meेरी यादों में तुमहो,
या मेरी याद ही तुमहो,
मेरे ख्वाबो में तुम हो
या मेराख्वाब ही तुमहो,
ये मेरा दिल बारबार मुझसे पूछता है
एक ही सबाल,
मेरी जान में तुमहो,
या मेरी जान ही तुमहो।
2. नजरे कर्ममुझ पर इतना न कर,
कीतेरी इश्कमें मैं बाघी हो जाऊ,
मुझे इतना न पिला इश्कए जाम,
कीमैं इसजहर कीआदि हो जाऊँ।
3. हमअक्लमंद भी इतने है की
उनका झूठ पकड़ लेते है,
और उनसे प्यार भी इतना है की
उनके झूठ को भी सच मान लेते है।
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