क्योंआती हैहिचकी, जानिए रोकनेके 5 उपाय
Bhanekagaon
हमारे भारत में हिचकीसे कई तरह के टोटके जुड़े हुए हैं जैसे आपको हिचकी आ रही है तो कोई याद कररहा होगा, आप सोचो कौन याद कर रहाहै सही नामसोच लेने पर हिचकी अपने आप रुकजाएगी, इसी तरह किसी को हिचकी आ रही है तो शुभचिंतकसाथ वाला एकदमसे कोई शॉक करने वाली बात कह देगा, इसमान्यता की वजह से कि अचानक ऐसा कर देने से हिचकी रुक जाती है.
यह कितना सही है औरकितना गलत यह तो पता नहीं, पर हां पीड़ित का ध्यान बंटाने के लिएखोजे गए पारंपरिक उपाय के रूप में यह एकतरह से ठीकहै, परअच्छाहो कि हिचकी के पीछे का साइंसथोड़ा आप लोग समझ ले और फिरउसके अनुकूलउपाय करे.
रोज हमसांसलेते हैं और फेफडों में हवा जाती और वहां से आतीभीरहती है, इसके साथही वह पर्दा भी हिलता है जो छाती और पेट के बीच में रहताहै, मगर कभी-कभी इस प्रवाह की लय गड़बड़ा जाती है इससे डायफ्रॉम फड़कने लगता है और हिचकी आने लगतीहै.
1इस फड़कन को काबू करके हवा का प्रवाह सहज करने के कई उपाय हैं, जैसे ठंडा पानी पीना, शकरनिगलना, कुछ सेकंड के लिए सांसरोक लेना, कुचलीहुई बर्फ निगलना, कोई थैली फुलाना वगैरह, इनमें से किसी भी एकविधि को करने से हिचकी में आराममिलजाता है.
2जल्दी-जल्दी भोजन निगलने से अधिक मिर्च वाला खाना खाने औरशराब पीने से भी हिचकी आ सकती है, लेकिन यह किसी भी सामान्य उपाय से न रुकरही हो, तब डॉक्टरसे राय लेना बहुत जरुरीहै.
3अगर लगातारहिचकी आ रही होतोदोनों कानों में उंगली डालकरसांसकोथोड़ी देर के लिए रोकलें, हिचकी आना एकदम से बंद हो जाएगी.
4हिचकी आती है तो 1-2 चम्मच ताजा शुद्धघी को गरमकर सेवन करें, ऐसा करने से लाभ मिलता है.
5हिचकी आने परतुलसी औरशकरखाकर पानी पीने से भी लाभ होता है.
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