बड़े काम की बात
सभी तरह के रोगियों के लिये प्रयोग करें- मूंग की दाल, लौकी, तोरी, पपीता, गाजर, परवल, पालक, गाय का दूध, घी सर्वोत्तम है।
दूध पीने वाले बच्चों के लिये, मां का दूध बकरी का दूध या गाय का दूध सर्वोत्तम है।
मधुमेह हो तो सदाबहार के 5 पत्ते व फूल सुबह खाली पेट खायें मधुमेह नियंत्रित रहेगा या हारसिंगार के फूल।
किसी बीमारी से Platelets कम हो जाने पर घृतकुमारी का गूदा खाने से Platelets बढ़ जाता है।
प्रातः काल खाली पेट लौकी का जूस पीने से पेट साफ होता है कब्ज दूर होता है।
पपीता नियमित रूप से सेवन करें तो कब्ज होगा ही नहीं।
अश्वगंधा चूर्ण 1-1 चम्मच सुबह शाम दूध से लेने से दुबले पतले व्यक्ति 1 माह में उसे 5 किलो वजन बढ़ जाता है दुर्बलता दूर होती है।
यदि अधिक मोटापा चर्बी है तो 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण को रात में गिलास पानी में भिगा दें सुबह गर्म करें जब आधा रह जाये तो 2 चम्मच शहद मिलाकर हल्का गर्म पी जायें 1 माह में कई किलो वजन कम हो सकता है।
नकसीर में, पीपल के पत्तों को कूट पीसकर रस निकालें 5-5 बूंद दोनों नाक में टपकाऐं नकसीर ठीक होगी।
शतावरी चूर्ण गर्भवती महिला को देते रहने से प्रसव के उपरान्त स्तनों में दूध की कमी नहीं होगी।
सुबह शाम इसका सेवन करें।यदि बिच्छू, सांप, बर्रे काट ले तो तुलसी के पत्ते पीसकर जल में मिलाकर रोगी को पिलाऐं।
खांसी में अजवाइन कुनकुना पानी के साथ लें या अजवाइन पान के साथ चबायें।
हरी धनिया का रस सब्जी में मिलाकर खाने से सभी प्रकार के विटामिन मिल जाते है सब्जी पकने से पहले धनिया डालने से सारे विटामिन नष्ट हो जाते हैं।
सर पर गंज हो तो हरा धनियें का रस लगाते रहें बाल निकलने लगेंगे।
पुराना बुखार हो तो- कच्चा पिसा जीरा एक ग्राम बराबर का गुड़ मिलाकर तीन बार रोज लें पुराना बुखार ठीक होगा।
कोई विष शरीर में चला गया हो तो हींग पानी में घोलकर पिला दें, उल्टी होकर विष बाहर निकल जायेगा।
हिस्टीरिया में हींग सुंघाने से होश आ जाता है।
घी और शक्कर मिलाकर खाने से मोटापा बढ़ता है।
बहुमूत्रता- भुना चना खाकर ऊपर से थोड़ा सा गुड़ खायें दस दिन लगातार खाने से ये परेशानी दूर होती है।
दो केले नित्य खायें।
नित्य कच्चा मूंगफली खाने से दूध पिलाने वाली माताओं का दूध बढ़ता है।
भुनी मूंगफली रोज खाने से गर्भस्थ शिशु में प्रगति में लाभ होता है।
अरवी की सब्जी खाने से गर्भस्थ महिलाओं के स्तन में दूध की कमी नहीं होती।
मटर पीसकर शरीर पर मलें रंग साफ होगा।
जुऐं लीख हो तो बालों को नीम के उबले पानी से या बथुआ पानी में उबाल कर उस पानी से सर धोयें।
कच्चा लहसुन, दिल की बीमारी रोकने की क्षमता रखता है रोज सेवन करें।
समय रहते(अधिक बुढापे में नहीं) यदि प्याज को पीसकर या लौकी का पानी जड़ में लेप करें हफ्ते में दो बार बाल काले उगने शुरू हो जायेंगे।
जिन्हें बार-बार छाले आते हैं मुंह में उन्हें टमाटर अधिक खाना चाहिये।
ज्वर में टमाटर शरीर का तापमान कम करता है टमाटर का सूप पियें।
नींबू का रस पिसा हुआ आंवला मिलाकर लेप करें सफेद बाल भी काले होने लगेंगे।
यदि हाथ की त्वचा सूखी फटी हो तो जैतून के तेल में उबाले आलू मसलकर लगायें दस मिनट बाद धो लें।
दस दाना काली मिर्च पिसी हुई घी के साथ मिलाकर नित्य प्रातः लें दो माह तक त्वचा का रूखापन दूर होगा।
सर्दियों में होने वाले चर्म रोग के लिये गर्म पानी में नमक डालकर नहायें।चिलचिलाती धूप से बचना हो तो घर से निकलने पहले एक छोटी इलायची चबाते हुए बाहर निकलें।
गुर्दे के रोगी अधिक मांस, मछली न खायें। अधिक सोडियम वाले पदार्थ न खायें जैसे ब्रेड, केक, पेस्ट्री, अधिक चटनी, पापड, अचार न खायें।बच्चों को लकवा से बचाऐं ,अधिक शक्कर न खिलायें उसकी जगह गुड, शहद दें।
मिर्गी के रोगी को प्याज का रस सुधाने से होश आ जाता है।
करेले की सब्जी लकवे में फायदा करती है।
तुलसी की पत्ते पीसकर नींबू निचोड़कर चेहरे पर बराबर लेप करें दाग धब्बे कील मुहासे दूर होंगे।
जिन्हें नींद अधिक आती हो हर समय आलस रहता हो उन्हें 10 ग्राम सौंफ आधा किलो पानी में उबालें जब चौथाई रह जाये तो सुबह-शाम 5 दिन पिलाऐं ठीक हो जायेगा।
रात को आम खाकर दूध पिये अच्छी नींद आयेगी।
सर्दी में गुड़, काले तिल खाने से दमा नहीं होता और अगर दमा नहीं भी है तो इसे खाने से दमा नहीं होगा।
नीम और बेर के पत्ते पानी में पीसकर बालों पर लगायें 2-3 घंटे रहने दें फिर सर धोलें। इससे बाल लम्बे हो जाते हैं।समुद्र झाग पीसकर मंजन करने से दांत चमक जाते हैं तथा दांत का दर्द भी ठीक होता है।-माजूफल को पीसकर मंजन करने से हिलते हुऐ दांत भी मजबूत हो जाता है ये इसकी अदभुत औषधि है।-
बीस ग्राम नीम की छाल 5 ग्राम सोंठ पांच ग्राम गुड़ का काढ़ा बनाकर पीने से रूका हुआ मासिक धर्म चालू हो जाता है।-
पके केले के गूदे में नींबू का रस मिलाकर सिर पर लेप लगायें गंजेपन में लाभ होगा।-
आंवले के चूर्ण में नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाने से बाल बढ़ते है। काले, मुलायम होंगे।-
कुछ दाने पिसी काली मिर्च, एक कप दही, एक नींबू रस इन सबको मिलाकर सर में लगायें 20-25 मिनट बाद सिर धो लें। जुऐं, रूसी खत्म हो जायेगी। परंतु सावधानी भी बरते बाल धोते समय ये सभी आंखों में न जाने पाये आंखे ठीक से बंद रखे।
बालों में मेहंदी लगाते समय नींबू का रस मिला लें बालों में चमक आ जायेगी।
आंखों के नीचे काले घेरे जायें तो शहद में नींबू का रस मिलाकर प्रतिदिन लगायें।
शहद एक सुरक्षित कार्बोहाइट है जो लेते ही तुरंत ऊर्जा देता है इसमें अनेक खनिज तत्व होते हैं। लोहा,तांबा, मैंगनीज, पोटेशियम जो रक्त निर्माण करते हैं।गर्भावस्था में अति उत्तम है। माता व होने वाले शिशु को रोज 1 चम्मच शहद दें।
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