जब भी करें ये 1 काम तो कम से कम 16 बार करें कुल्ला, जानिए ऐसा क्यों
हमारी दिनचर्या के अंतर्गत कुछ काम ऐसे होते हैं जो शास्त्रों के अनुसार हमें अवश्य करना चाहिए। ऐसे ही कार्यों में से एक कार्य है कुल्ला करना, यहां जानिए स्त्री हो या पुरुष, दोनों को कब, कैसे और कितनी बार कुल्ला करना चाहिए…
भोजन के बाद भारतीय संस्कृति में कुल्ला करना एक अनिवार्य परंपरा है। इससे मुख साफ-स्वच्छ तो रहता ही है, साथ ही हमारा पेट भी स्वस्थ रहता है। हम सामान्यतया दिन में दो बार भोजन करते हैं, अत: हर रोज दिन में दो बार कुल्ला अवश्य करना चाहिए। कुल्ला करने से मुख के अंदर भोजन के जो छोटे-छोटे अंश रह जाते हैं, वे निकल जाते हैं। इससे दांतों की उम्र बढ़ती है।
इस संबंध में शास्त्रों में भी उल्लेख है कि…
भुत्वा चोपस्पृशेत्सम्यगद्भि: खानि च संस्पृशेत॥ -मनुस्मृति
इस श्लोक का अर्थ है कि भोजन के बाद अच्छी तरह से आचमन करना चाहिए और जल से मुख को अच्छी तरह धो लेना चाहिए।
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