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*चलकर देखा है अक्सर, मैंने अपनी चाल से तेज "साहिब".!!*
*पर वक्त, और तकदीर से आगे, कभी निकल न सका....*
*जिनके पास अपने हैं*,
*वो अपनों से झगड़ते हैं*...
*जिनका कोई नहीं अपना*,
*वो अपनों को तरसते हैं*..।
*कल न हम होंगे न गिला होगा।*
*सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिललिसा होगा।*
*जो लम्हे हैं चलो हंसकर बिता लें।*
*जाने कल जिंदगी का क्या फैसला होगा * Good morning ji * *
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