गिरे बुजर्ग को उठाने
भरे बाजार में कोई नही आया
गोरी(लड़की )का रुमाल क्या गिरा
पूरा बाजार दौड़ कर आया ।
जिधर देखो इश्क के बीमार बेठे हे
हज़ारो मर गये लाखो तैयार बेठे हे ।
बर्बाद"होते हे ये लड़कियों के पीछे
और कहते है की ...?
सरकार की वज़ह से बेरोज़गार बेठे है ।
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