2. प्रमुख कार्य
भारतीय रिज़र्वबैंककी प्रस्तावना में बैंक के मूलकार्य इस प्रकारवर्णित किये गये हैं
- "बैंक नोटों के निर्गम को नियन्त्रित करना, भारत में मौद्रिकस्थायित्वप्राप्त करने कीदृष्टि से प्रारक्षित निधि रखना औरसामान्यत: देश के हित में मुद्रा व ऋण प्रणाली परिचालित करना।"
- मौद्रिकनीति तैयार करना, उसका कार्यान्वयन और निगरानी करना।
- वित्तीय प्रणाली का विनियमन और पर्यवेक्षणकरना।
- विदेशी मुद्रा का प्रबन्धन करना।
- मुद्रा जारीकरना, उसकाविनिमय करना औरपरिचालन योग्य न रहने परउन्हें नष्ट करना।
- सरकार का बैंकरऔर बैंकों का बैंकर के रूप में काम करना।
- साखनियन्त्रित करना।
- मुद्रा के लेन देन कोनियंत्रित करना
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