1. हर हकीकत से वाकिफ हो
हमने कुछ सीख पायी हैं,
जज्बातों की लहरे
दिल के रास्ते आँखाें से बाहरआयी हैं।
2. रुकने लगी हैं जीने की राहे मेरे लिए,
क्याेंकि प्यार व उमींदे की राहे
अंधेरे में धुन्दली होती
3. बहुत महँगीहुई अब तो वफा,
लोग कहाँ मिलते हैं,
जो सच्चा प्यारकरें।
मोहब्बत तो बन गई है अब सजा,
आशिक कहाँ मिलते हैं,
जो संग-संग इश्क का दरियापार करें।
4. सुना है वो कह कर गये है के अब तो हम,
सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो में ही आएँगे।
कोई कह दे उनसे की वो वादा करले हमसे,
ज़िंदगी भरके लिए हम सो जाएँगे।
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