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*अगर लोग सिर्फ जरूरत पर ही*
*आपको याद करते हैं,*
*तो उन्हें गलत मत समझिये,*
*क्योंकि*
*आप उनकी जिन्दगी की वो*
*रोशनी की किरण हैं*
*जो उन्हें सिर्फ,*
*अन्धेरों में ही दिखाई देती है.*
शुभ-प्रभात्
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