आज दिवाली है.
आज के दिन मां लक्ष्मी भगवानगणेश के पूजन की परंपरा है. कहा जाता है किआज रात मां लक्ष्मी स्वयंधरती पर आती हैं. इसलिए उन्हें जो खुश कर लें उनके घरपूरे साल तक रहती हैं.
इस बार दिवाली पर पूजा का विशेष मुहूर्तहै.
अगर आप शुभ समयकाल में पूजा करते हैं तो आपको जरूर पूजा का फल मिलेगा.
कब तक दिवाली
पंडित बताते हैं कि इस बार दिवाली सूर्योदय के पूर्व ही आरंभ हो जाएगी.
रात 12 बजकर 42 मिनट तक अमावस्या तिथि h
.किस नक्ष्ात्रमेंइस बार दीपावली हस्त उपरांत चित्रानक्षत्र में है. पंडित इस योग को परम शुभमान रहे हैं. इसे कार्यसिद्धि दायक योग भी कहा जा रहा है.
दिवाली पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त #1)
चौघाडिया के मुताबिक -विद्यार्थियों के लिए - सुबह06.29 से 07.54 तक-
व्यापारियों के लिए - दोपहर 12.01 से 01.28 तक-
डॉक्टर व पेशेवर लोगों के लिए - दोपहर 01.28 से 02.56 तक-
किसान और कामगारों के लिए - 04.22 से 05.56 तक-
गृहस्थ और व्यापारियों के लिए - 05.56 से 07.31 तक-
व्यापारियों के लिए रात 12.16 से 01.51 तक
#2) लग्न के अनुसार दिवालीसर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
-शाम 6.22 से 8.00 बजे वृषभ लग्न-
रात 7.26 से 9.24 बजे सिंह लग्न-
रात 1.50 से 04.02 बजे पूजन की थाली में इन चीजों को शामिल करें सभी गृहस्थ, कमल, श्वेत पुष्प को पूजा की थाली में जरूर रखें.
इसीतरह किसान पांच तरह के खाद्य पदार्थ का नैवेद्य, व्यापारी - कमलगट्टा की माला विद्यार्थी धर्मग्रंथ, अनार और तिल कोपूजा की थाली में रखें. पहलेगणेश फिर लक्ष्मी और इसके बाद कुबेर की पूजा करें. घर की खुशहाली के लिए इस बार मुख्य दरवाजे पर जरूर करें ये 5 उपायऐसे करें मां लक्ष्मी का पूजनमां लक्ष्मी की पूजा सफेद या गुलाबी वस्त्र पहनकर करनी चाहिए.इनकी पूजा का उत्तम समय होता है- मध्य रात्रि.मां लक्ष्मी के उस प्रतिकृति की पूजा करनी चाहिए, जिसमें वह गुलाबी कमल के पुष्प पर बैठी हों. साथ ही उनके हाथों से धन बरस रहा हो.मां लक्ष्मी को गुलाबी पुष्प, विशेषकर कमल चढ़ाना सर्वोत्तम रहता है.मां लक्ष्मी के मन्त्रों का जाप स्फटिक की माला से करने पर वह तुरंत प्रभावशाली होता है.
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