बाते छोटी काम बड़े
बाथरूम के लिए गए, हाथ-पैर धो लो | 3 बार कुल्ला करो | आँख और कान को पानी का स्पर्श कराओ | शुद्धि रखे | अशुद्धि नहीं | गंदगी नहीं | स्वच्छता बाहर की मन की पवित्रता में बहुत काम देगी... बहुत काम देगी | भोजन करें तो दो हाथ, दो पैर, मुँह ये पाँच अंग धोकर भोजन करे | बहुत फायदा होगा |
पानी पियें, सभा में बैठे हो तो बात अलग है पर बाहर कही हो तो पानी पिए तो एक बार कुल्ला करें | स्वच्छता..... शरीर नीरोग रहेगा | आजकल लोग अपना शरीर भी नीरोग नहीं रख पाते | बीमारियाँ ढेरों होती है | बीमारियाँ हो ही क्यों? अगर हो तो टिके क्यों? हम ऐसी स्वच्छता रखे |
एक दूसरे को झूठा पानी पी रहें हैं | सबके अपने-अपने संस्कार होते हैं | ऐसा ना हो | आपसी प्रेम अलग बात है | झूठा पीना ... एक दूसरे का झूठा खाना.... जो अपना झूठा दूसरे को खिलाता है न उसके पुण्य नष्ट होते हैं | खिलने वाले के... जो अपना झूठा दूसरों को खिलते हैं | खा-खा कोई बात नहीं | उसके पुण्य भी स्वाहा हो जाते हैं |
घर में रोज बहनें ध्यान रखे नाश्ता होने से पहले सफाई हो जाए | आपके घर में लक्ष्मी ना आये तो कहना | और गंदगी पड़ी है कोई नाश्ता कर रहा है, कोई कुछ कर रहा है तो लक्ष्मी क्यों आएगी वहाँ पर | लक्ष्मी को स्वच्छता पसंद है |
बहनें सुबह कभी घर से बाहर जाती हो तो घर में सफाई करके घर से बाहर जाए | ऐसे घर में लक्ष्मी अंदर आती है | ये बातें बहुत छोटी-छोटी है पर काम बहुत आएगी | घर में सुबह नाश्ता हो उससे पहले सफाई हो जाए |घर में लक्ष्मी का वास होगा |
रात को घर में झूठे बर्तन रखकर ना सोएं | एक भी बर्तन घर में झुता रख कर ना सोएं | आपके घर लक्ष्मी जरुर आएगी और स्थाई वास करेगी |पलंग पर जहाँ आप सोते है वहाँ झूठे बर्तन मत रखो | आपके घर लक्ष्मी आये बिना नहीं रहेगी |
शाम हो गई कपड़े सुखाने बाहर डाले, वो ले लो | शाम के बाद कपड़े डाले रात को तो उसमे मलिनता प्रवेश करती है |
घर में टूटे-फूटे बर्तन मत रखो | जिनके घर में टूटे-फूटे बर्तन होते हैं, महाभारत में लिखा है- कोई ऐसे वैसे ग्रन्थ की बात नहीं है |टूटे-फूटे बर्तन रखते हैं ऐसे घर में झगड़े ज्यादा होते हैं |
शादियों में जाते हैं, जाओ माना नहीं है | भले आपके बेटे की, भतीजे की भतीजी की शादी है जाओ पर शादी में क्या करते हैं फूल फेंकते हैं तो गुलाब के फूल पर पैर रखने से लक्ष्मी चली जाएगी| गुलाब के फूल में लक्ष्मी का वास होता है | फूल तो गुरु और ईश्वर को अर्पण करने के लिए होते हैं, हमारे पैरों तले कुचलने के लिए नहीं हैं | इसलिए बारातों में ऐसी बेवकूफी नहीं करनी चाहिए | गुलाब के फूल उछाल रहें हैं... पैरों में नहीं आने चाहिए | बात छोटी है पर काम की है |
खाना खाओ तो पूर्व या उत्तर की ओर मुहँ करके खाना खाओ | तबियत बढ़िया रहेगी |
सोना है तो पूर्व या दक्षिण की तरफ सिर करके सोओ | तबियत बढ़िया रहेगी | दवाइयाँ नहीं खानी पड़ेगी |
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